IAS Sreenath K UPSC Success Story: “कौन कहता है कि सफलता किस्मत से मिलती है? अगर इरादे मजबूत हों, तो मंजिलें खुद रास्ता बना लेती हैं।” ऐसी ही हिम्मत और जज़्बे के साथ एर्नाकुलम स्टेशन पर कुली का काम करने वाले एक शख्स ने यूपीएससी में सफलता पाई। यह कहानी है एक कुली से IAS अफसर बने श्रीनाथ की, जिसने अपने दृढ़ निश्चय से सबको दिखा दिया कि कठिन परिस्थितियां कभी किसी को रोक नहीं सकतीं।
अभावों को सफलता में बदला
सफलता न मिलने पर लोग अक्सर संसाधनों की कमी को दोष देते हैं। उनके अनुसार, सुविधाएं मिलतीं तो वे बेहतर कर सकते थे। पर श्रीनाथ का नजरिया अलग था—उन्होंने कभी भी संसाधनों की कमी को अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। उनका मानना था कि कोशिश करने से ही रास्ते निकलते हैं। बिना सुविधाओं के भी श्रीनाथ ने मेहनत और समर्पण के दम पर अपनी सफलता की कहानी खुद लिखी।
बिना कोचिंग, खुद की मेहनत से यूपीएससी की तैयारी
हर साल लाखों छात्र यूपीएससी की तैयारी के लिए कोचिंग पर हजारों रुपये खर्च करते हैं, लेकिन श्रीनाथ ने बिना किसी कोचिंग के, खुद की मेहनत से इस कठिन परीक्षा को पास किया। केरल के इस होनहार ने पहले KPSC की परीक्षा पास की और फिर उसी विश्वास के दम पर यूपीएससी भी फतह की।
स्टेशन का मुफ्त WiFi बना वरदान
श्रीनाथ के पास कोचिंग के पैसे नहीं थे, जिससे वह एक समय निराश भी हुए। लेकिन रेलवे स्टेशन का मुफ्त WiFi उनकी इस राह में एक वरदान बन गया। कुली का काम करते हुए, समय मिलते ही श्रीनाथ अपने स्मार्टफोन पर ऑनलाइन लेक्चर सुनते और नोट्स बनाते। KPSC में सफलता के बाद उनके भीतर आत्मविश्वास बढ़ा कि यूपीएससी में भी सफलता मिल सकती है। और इस विश्वास ने ही उन्हें आगे बढ़ाया।
तत्कालीन रेल मंत्री की ओर से सराहना
यूपीएससी में सफलता के बाद तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने श्रीनाथ को बधाई देते हुए ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि रेलवे के मुफ्त WiFi का इस्तेमाल कर श्रीनाथ ने प्रतियोगी परीक्षा पास की, जिससे उनकी जिंदगी बदल गई। मंत्री जी ने उनकी इस उपलब्धि को सराहा और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।