इंसानों की ही तरह जानवरों को भी एक सुरक्षित घर की तलाश होती है, जिसमें वे तथा उनके बच्चे आराम से रह पाएँ। स्वभाव से शांत कहा जाने वाला कछुआ जो कि समुद्र में रहता है, वह सभी को स्वाभाविक रूप से आकर्षक लगता है। परन्तु इस भोले और शांत प्राणी का जीवन खतरे में दिखाई पड़ रहा है, क्योंकि कुछ वर्षों से इनका काफ़ी ज़्यादा मात्रा में शिकार किया जा रहा है। यद्यपि विश्व के सभी देशों में कछुओं के संरक्षण हेतु विभिन्न प्रकार से अभियान चलाए जा रहे हैं।
आजकल सोशल मीडिया पर योशी (Yoshi Turtle) नाम का एक मादा कछुआ छाया हुआ है। क्योंकि इस कछुए ने कुछ वर्षों पूर्व समुद्र में 37 हज़ार किलोमीटर का सफ़र तय करके अपने लिए सुरक्षित घर की तलाश की। इस साधारण से कछुए की असाधारण कहानी से सभी को प्रेरणा मिलती है।
घायल अवस्था में मिला था यह कछुआ, स्वस्थ होने पर सैटलाइट टैग लगाकर किया आज़ाद
योशी नामक यह मादा कछुआ को घायल अवस्था में मिला था। जिसे देखकर पशु प्रेमियों द्वारा उसका उपचार करवाया गया तथा जब तक वह पूरी तरह स्वस्थ न हो गया, तब तक उसका भली भांति ध्यान रखा गया। उसी दौरान उसके शरीर पर एक सैटलाइट टैग भी लगा दिया गया था, जिससे उसकी प्रजाति के बारे में और ज़्यादा जानकारी मिल सके।
फिर 20 साल उसे क़ैद में रखने के पश्चात अन्ततः आज़ाद कर दिया गया। रिहाई मिलने के बाद कछुए ने अपने घर की खोज करना शुरू कर दिया था और इसी वज़ह से वह चलते-चलते करीब आधी दुनिया का चक्कर लगा गया। जब लोगों ने कछुए द्वारा 37 हज़ार किलोमीटर की यात्रा करने की कहानी सुनी तो उनके आश्चर्य का ठिकाना ना रहा।
घायल अवस्था में मिला था यह कछुआ, स्वस्थ होने पर सैटलाइट टैग लगाकर किया आज़ाद
योशी नामक यह मादा कछुआ को घायल अवस्था में मिला था। जिसे देखकर पशु प्रेमियों द्वारा उसका उपचार करवाया गया तथा जब तक वह पूरी तरह स्वस्थ न हो गया, तब तक उसका भली भांति ध्यान रखा गया। उसी दौरान उसके शरीर पर एक सैटलाइट टैग भी लगा दिया गया था, जिससे उसकी प्रजाति के बारे में और ज़्यादा जानकारी मिल सके।
फिर 20 साल उसे क़ैद में रखने के पश्चात अन्ततः आज़ाद कर दिया गया। रिहाई मिलने के बाद कछुए ने अपने घर की खोज करना शुरू कर दिया था और इसी वज़ह से वह चलते-चलते करीब आधी दुनिया का चक्कर लगा गया। जब लोगों ने कछुए द्वारा 37 हज़ार किलोमीटर की यात्रा करने की कहानी सुनी तो उनके आश्चर्य का ठिकाना ना रहा।
Incredible journey of a loggerhead turtle to locate its home. This is Yoshi & she just traveled 37000 kms from Africa to Australia probably to find here nesting grounds. Also incredible to observe how these creatures move to such a length & why we need to protect nesting grounds. pic.twitter.com/P9Fqb2j0wF
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) March 11, 2020
घायल अवस्था में मिला था यह कछुआ, स्वस्थ होने पर सैटलाइट टैग लगाकर किया आज़ाद
योशी नामक यह मादा कछुआ को घायल अवस्था में मिला था। जिसे देखकर पशु प्रेमियों द्वारा उसका उपचार करवाया गया तथा जब तक वह पूरी तरह स्वस्थ न हो गया, तब तक उसका भली भांति ध्यान रखा गया। उसी दौरान उसके शरीर पर एक सैटलाइट टैग भी लगा दिया गया था, जिससे उसकी प्रजाति के बारे में और ज़्यादा जानकारी मिल सके।
फिर 20 साल उसे क़ैद में रखने के पश्चात अन्ततः आज़ाद कर दिया गया। रिहाई मिलने के बाद कछुए ने अपने घर की खोज करना शुरू कर दिया था और इसी वज़ह से वह चलते-चलते करीब आधी दुनिया का चक्कर लगा गया। जब लोगों ने कछुए द्वारा 37 हज़ार किलोमीटर की यात्रा करने की कहानी सुनी तो उनके आश्चर्य का ठिकाना ना रहा।