पश्चिम बंगाल में एक ही दिन में आकाशीय बिजली गिरने से कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई. आज दोपहर से शाम के बीच में दक्षिण बंगाल में आंधी के साथ बारिश हुई और लगातार बिजली कड़की. ऐसे में जो लोग घर से बाहर थे, बिजली गिरने से उनमें से बहुतों की मौत हो गई.
सिर्फ हुगली जिले में ही 10 लोगों की मौत हुई है जबकि मुर्शिदाबाद जिले में 9 लोगों की मौत हुई है और पश्चिम मिदनापुर जिले में 2 लोगों की मौत हुई है. हावड़ा जिले में भी बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे में मरने वाले लोगों के परिजनों को 2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके मरने वालों के प्रति संवेदना जताई और मुआवजा देने की घोषणा की.
पश्चिम बंगाल में इस मौसम में अचानक से तेज आंधी और बारिश होती है जिसे कालबैसाखी कहा जाता है. हर साल ही काल बैसाखी के दौरान बिजली गिरने या पेड़ गिरने या फिर करंट लगने से कई लोगों की मौत हो जाती है. मौसम विभाग के मुताबिक कोलकाता और उसके आसपास तेज आंधी के दौरान हवा का झोंका लगभग 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी चला जो 2 मिनट तक रहा.
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पश्चिम बंगाल में हुए आकाशीय कहर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. पीएम मोदी ने हादसे में घायल लोगों के जल्द ठीक होने की दुआ भी की है. पीएम ने अपने ट्वीट किया है, ‘पश्चिम बंगाल में आकाशीय बिजली गिरने से जिन लोगों के अपनों की मौत हुई है, उनके साथ मेरी संवेदनाएं हैं. प्रार्थना है कि जो लोग घायल हुए हैं, वे जल्द से जल्द ठीक हों.
My thoughts are with all those who lost their near and dear ones due to lightning in parts of West Bengal. May the injured recover at the earliest.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 7, 2021
असम में हाल ही में 18 हाथियों की हुई थी बिजली गिरने से मौत!
इससे पहले असम से आकाशीय बिजली का कहर हाथियों पर टूट पड़ा था. दरअसल 12 मई की रात को 18 हाथियों के ऊपर बिजली गिरी, जिसके बाद 18 हाथियों की मौत हो गई थी. प्रकृति का यह कहर टाठियोटोली रेंज के कुंडोली फॉरेस्ट रिजर्व में टूटा था.