कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन के चलते करीब 7 महीने बंद रहने के बाद उत्तराखंड में 2 नवंबर यानी सोमवार से स्कूल खुल गए हैं। पहले चरण में दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोले गए हैं। इतने दिनों के बाद स्कूल खुलने के बाद भी पहले दिन खासी चहल-पहल नजर नहीं आई। सरकारी स्कूलों के साथ कुछ निजी स्कूल भी खोले गए। हालांकि कई निजी स्कूल औपचारिकताएं पूरी ना होने के कारण अभी नहीं खुल पाए हैं।
इस बीच, रानीखेत में स्कूल खुलने के पहले दिन ही 18 साल का एक छात्र कोरोना पॉजिटिव निकल गया। सेनिटाइजेशन के लिए स्कूल को तीन दिनों के लिए सील कर दिया गया है। नोडल अधिकारी ने बताया कि इस छात्र के संपर्क में आए 15 स्टूडेंट्स को आइसोलेशन में रखा गया है। इन सभी का कोविड टेस्ट किया गया है। जल्द ही नतीजे आएंगे।
निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि औपचारिकताएं पूरी होने के बाद स्कूलों को दसवी और बारहवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए खोला जाएगा। 7 महीने बाद खोले गए स्कूलों में कई नई व्यवस्थाएं नजर आईं। हाल ही में शिक्षा विभाग की ओर से सभी सरकारी और निजी स्कूलों को दिशा निर्देश जारी किए गए थे। इनके तहत स्कूलों में कोविड-19 से बचाव के लिए सभी सुरक्षात्मक उपाय किए गए। स्कूलों के गेट पर छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई और मास्क पहने छात्रों को ही विद्यालय के अंदर प्रवेश दिया गया। कक्षाओं और इमारतों को पूरी तरह से सेनेटाइज किया गया।
लंच बॉक्स लाने पर रोक, खेल पीरियड भी नहीं
स्कूलों में बच्चों के लंच बॉक्स लाने पर फिलहाल रोक लगाई गई है। इसके साथ ही खेल के पीरियड भी अभी नहीं संचालित किए जा रहे हैं। उत्तराखंड सरकार की ओर से जारी की गई एसओपी के अनुसार, छात्र-छात्राएं अभिभावकों की अनुमति के बाद ही विद्यालय आ रहे हैं और जो विद्यार्थी वर्चुअल क्लास लेकर घर से पढ़ाई करना चाहते हैं, उनके लिए यह विकल्प खुला हुआ है।
कम संख्या में पहुंचे छात्र-छात्राएं
7 महीने बाद प्रदेश सरकार ने काफी तैयारियों के साथ बच्चों के लिए स्कूलों के दरवाजे खोल तो दिए, लेकिन सोमवार को छात्र-छात्राओं की संख्या बेहद कम नजर आई। कई स्कूलों में 10वीं और 12वीं कक्षा के 10 फीसदी बच्चे भी नहीं आए। स्कूलों की अनलॉकिंग के लिए सरकार की ओर से पहले चरण में दो पालियों में स्कूल खोले जा रहे हैं। सरकार ने कैबिनेट बैठक में पहले चरण में दसवीं और बारहवीं कक्षाओं के लिए स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया था। लगभग 1 सप्ताह के ऑब्जरवेशन के बाद आगे की व्यवस्था बनाई जाएगी।
Input: NBT