Coronavirus latest News Updates : कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के एक हफ्ते बाद कोरोना वायरस से संक्रमित होने की संभावना 1% से भी कम हो जाती है. इनमें से 0.2% में ही कोविड-19 के लक्षण दिखायी देते हैं. इस्राइल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है. बता दें कि इस्राइल दुनिया का पहला देश है, जहां की 60% से अधिक लोगों का कोरोना का टीका लगाया जा चुका है. यहां के करीब 33 लाख से अधिक लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज पूरी कर ली है.
इस्राइल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के एक हफ्ते बाद शरीर में वायरस के खिलाफ पर्याप्त इम्यूनिटी विकसित होती है. इस्राइल में फाइजर ओर बायोएनटेक की कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस्राइल में इस समय सिर्फ 6,581 एक्टिव केस हैं. जबकि भारत में एक्टिव केस की संख्या 6.5 लाख से अधिक है. भारत में अबतक 7.3 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाया जा चुका है.
कोरोना जांच में हो रही है गड़बड़ी
भोपाल में कोरोना जांच रिपोर्ट को लेकर बड़ी गड़बड़ी किये जाने का मामला सामने आया है. दरअसल, यहां कोरोना जांच को लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा. आइसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार सायकल थ्रेशहोल्ड (सीटी) वैल्यू 40 या उसके नीचे है तो मरीज को कोरोना पॉजिटिव माना जाये, लेकिन सरकारी लैब में तैयार हो रही जांच रिपोर्ट में 30 से ज्यादा और 40 से कम सीटी वैल्यू वाले मरीजों को कोविड निगेटिव बताया जा रहा है.
102 दिनों में पॉजिटिव और निगेटिव होना दोबारा संक्रमण : आइसीएमआर
आइसीएमआर ने कम से कम 102 दिन के अंतराल में दो रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव पाये जाने और निगेटिव पाये जाने के मामले को सार्स-सीओवी-2 के पुन: संक्रमण के तौर पर परिभाषित किया है. आइसीएमआर के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए व्यक्तियों में से 4.5 प्रतिशत में पुन: संक्रमण पाया गया है.
INPUT: PRABHAT KHABAR