चुनावी राज्य केरल में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने बेरोजगारी को लेकर जमकर हमला बोला। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा नीत सरकार के नोटबंदी के गलत फैसले के चलते आज देश में बेरोजगारी चरम पर है और असंगठित क्षेत्र तबाह हो गया है।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. सिंह कांग्रेस के थिंक टैंक राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज द्वारा विकास के मसले पर आयोजित सम्मेलन को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने राज्य सरकारों से लगातार संवाद नहीं करने के लिए भी केंद्र सरकार की आलोचना की।
उन्होंने कहा कि कर्ज की समस्या पर केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक के तात्कालिक उपायों से आने वाले ऋण संकट को लेकर हम धोखा नहीं खा सकते, जो लघु और मझोले क्षेत्र को बहुत बुरी तरह प्रभावित कर सकता है
मनमोहन सिंह की मौजूदगी में केरल के विकास की पेश की गई रूपरेखा
‘प्रतीक्षा 2030’ नामक इस कार्यक्रम में डॉ. सिंह ने कहा कि 2016 में लिए गए नोटबंदी के अविवेकी फैसले से देश में बेरोजगारी बढ़ी है और असंगठित क्षेत्र बदहाल हो गया है। केरल में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के ‘विजन डॉक्यूमेंट’ जारी करने के लिए यह सम्मेलन आयोजित किया गया था। कांग्रेस ने इस दस्तावेज में केरल के विकास की रूपरेखा पेश की है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि केरल और अन्य राज्यों में सरकारी वित्तीय व्यवस्था गड़बड़ा गई है और राज्यों को अत्यधिक उधारी लेकर काम चलाना पड़ा रहा है, जिससे भविष्य के बजटों पर बहुत अधिक बोझ पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में संघवाद और राज्यों के साथ नियमित परामर्श की परंपरा खत्म हो गई है, जो हमारे देश की सामाजिक और राजनीतिक विचारधारा की आत्म है और जिसे संविधान में भी अहम स्थान दिया गया है।
डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि केरल में सामाजिक स्तर तो बहुत ऊंचा है, लेकिन कई ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर भविष्य में बहुत ज्यादा ध्यान केंद्रित किए जाने की जरूरत है। कोरोना महामारी के चलते केरल के पर्यटन उद्योग पर गहरी चोट पड़ी है। इसे पटरी पर लाना बड़ी चुनौती है।
Input:JNN